हेलो दोस्तों, स्वागत है आप सभी का Brain Book चैनल में, जहाँ पर आप देख सकते हैं complete book summaries | दोस्तों आपने THE POWER OF YOUR SUBCONSCIOUS MIND  के पिछले दो parts को बहुत पसंद किया, इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद | अगर आपने इसके पिछले दोनो Parts नहीं देखे तो आप Description में दिए गए link पर जाकर या आई बटन पर click  कर के पिछले दोनो Parts देख सकते हैं | अब मैं आपके लिए इसी किताब की SUMARRY को आगे बढ़ाते हुए इसका तीसरा और आखिरी PART लेकर आया हूँ जिसमे मैं आपको CHAPTER 14 से लेकर chapter 20  के बारे में बताऊंगा | जिसमे WRITER ने ये बताया है कि किस तरह आप अपने subconscious mind की power से अपने जीवन में हर ख़ुशी पा सकते हैं, अपने सबंधो को सुधार सकते हैं और अपने बड़े से बड़े डर को दूर कर सकते हैं | इस video के अंत में, मैं बताये गए Chapters के  सभी important बातों को short में दोबारा दोहरा दूँगा, ताकि इस video में बताई गई बातें आपको आसानी से याद रहे |  तो इस वीडियो को अंत देखना मत भूलियेगा |

तो चलिए शुरुआत करते हैं chapter 14  से

14 . YOUR SUBCONSCIOUS MIND AND MARITAL PROBLEMS – आपका अवचेतन मन और वैवाहिक समस्याएँ।

इस Chapter में लेखक Dr. J. Murphy ने हमें बताया है कि अगर पति और पत्नी दोनों अपने subconscious mind का सही तरीके से उपयोग करें, तो उनके बीच की समस्याएँ समाप्त हो हो सकती हैं । लेखक ऐसा इसलिए कहते हैं क्योंकि हमारे subconscious mind को भगवान की तरफ़ से प्यार करने का Gift प्रदान है | हालाँकि, हम सभी जानते हैं कि हमारे subconscious mind का use करना इतना आसान नहीं है और हर कोई ऐसा आसानी से नहीं कर सकता है | लेकिन यदि हम subconscious mind के काम करने के तरीकों को सीख जाएँ, तो हम एक ऐसा सुंदर जीवन जी सकते हैं, जिसके हम हक़दार हैं। वह यह भी कहते हैं कि शादी से पहले ही हमें अपने subconscious mind में एक आदर्श पत्नी या आदर्श पति की छवि बना लेनी चाहिए । आपको अपने दिमाग़ में यह निश्चित करना होगा कि आपको अपने साथी में क्या चाहिए? अगर आप एक ईमानदार, जिम्मेदार और प्यार करने वाला जीवन साथी चाहते हैं तो याद रखें आपको भी वैसा ही बनना पड़ेगा | आप ये मत सोचें कि आपको अपना साथी कब और कहां मिलेगा, बस अपने subconsious mind पर भरोसा रखें ।

लेखक का यह भी कहना है कि तलाक की शुरुआत सबसे पहले दिमाग में होती है, उसके बाद ही क़ानूनी प्रक्रिया की शुरुआत होती है | लेखक यह सलाह देते हैं कि एक अच्छे रिश्ते के लिए पत्नी की तरफ ध्यान दिया जाना चाहिए और उसके अच्छे गुणों की प्रशंसा करनी चाहिए | वहीं दूसरी ओर पति को शांति और प्रेम की ज़रूरत होती है । इसके साथ-साथ हमें अपने वैवाहिक जीवन की चर्चा रिश्तेदारों, दोस्तों या परिवार के अन्य सदस्यों के साथ कभी नहीं करनी चाहिए | पति-पत्नी को हमेशा एक दूसरे से बात करनी चाहिए और किसी भी तीसरे व्यक्ति को मामले में शामिल किए बिना एक दूसरे के साथ अपने मुद्दों को सुलझाना चाहिए क्योंकि यह आपका रिश्ता है, आपका निजी जीवन है और किसी को भी आपके वैवाहिक जीवन में दखल देने का अधिकार नहीं है। रिसर्च कहता है कि तलाक के 90% मामलों में कारण तीसरा व्यक्ति ही होता है। यदि आप अपने वैवाहिक मामलों को दूसरों के साथ share करते हैं, तो आप अपने साथी से दूर हो सकते हैं क्योंकि जब आप अन्य लोगों के साथ अपने Personal Problems पर चर्चा करते हैं तो आपका साथी नाराज़गी महसूस करता है और उसके self respect को ठेस पहुँचती है । ऐसे में आपके subconscious mind को हमेशा पता होता है कि इस मामले में क्या करना है और यह आपको सही रास्ता दिखाने मे मदद करेगा । Writer हमें यह सलाह देते हैं कि हमें अपने साथी को बदलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, बल्कि दूसरे को अच्छा और comfortable करने के लिए खुद को बदलना चाहिए | लेखक के अनुसार एक अच्छा वैवाहिक जीवन बिताने के लिए हमें एक दूसरे को समझना चाहिए, अपने साथी को सम्मान देना चाहिए, उसके साथ प्यार से बात करना चाहिए और खुद को उसकी जगह पर रख कर देखना चाहिए |

15 . SUBCONSCIOUS MIND AND HAPPINESS – अवचेतन मन  और खुशी

आपके अंदर एक अद्भुत शक्ति है। जब आप इस शक्ति में  विश्वास करने लगेंगे तो आप सुखी हो जाएँगे। तब आप अपने सपनों को साकार कर पाएँगे। अमेरिकी मनोवैज्ञानिक WILLIAM JAMES  ने कहा था कि 19वीं सदी की सबसे महान खोज physics में नहीं, बल्कि सबसे बड़ी खोज विश्वास से motivated subconscious की शक्ति थी। काम, शक्ति का असीमित भंडार होता है, जो किसी भी समस्या को ख़त्म कर सकता है। सच्ची खुशी आपके जीवन में उस दिन आएगी, जब आप महसूस करेंगे कि आप किसी भी कमजोरी से उबर सकते हैं | आपको यकीन हो जाएगा कि आपका subconscious  आपकी समस्याओं को solve कर सकता है | यदि आप भगवान पर भरोसा करते हैं, तो वे सभी जगह आपका guidance करेंगे | आप हर समय खुशी का चुनाव कर सकते हैं। यह काम आप सुबह अपनी आँखें खोलते ही कर सकते हैं | आप सोच सकते हैं कि यह मेरे लिए एक नया और अद्भुत दिन है। आज मैं अपने सभी कामों में success पाऊंगा। आज मैं दिन भर खुश रहूँगा। हर दिन की शुरुआत इसी तरह करें |

WRITER बताते हैं कि एक बार writer  इंग्लैंड की एक बूढ़ी महिला से मिले, जिसे कई सालों से आर्थराइटिस था। वह अपने घुटने थपथपाकर कहती थी कि मेरा आर्थराइटिस आज बुरी condition  में है। आज मैं बाहर नहीं जा सकती। मेरा आर्थराइटिस मुझे दुःखी कर रहा है। इस कारण वह खुश नहीं रहती थी। writer ने उन्हें इलाज़ का एक तरीका बताया और  बाइबल की कुछ lines लिखकर दीं और कहा कि यदि आप इन सच्चाइयों पर focus करेंगी, तो आपका मानसिक नजरिया बदल जाएगा और यही विश्वास आपको ठीक कर देगा | लेकिन उसने इसमें दिलचस्पी नहीं ली। कई लोगों की तरह वह भी घिसी-पीटी मानसिकता का शिकार थी, जिसे वह छोड़ना नहीं चाहती थी।  महान लोगों का मानना है कि दौलत आपको सुखी नहीं बना सकती। कुछ लोग चीजें खरीदकर सुख पाने की कोशिश करते हैं जैसे बड़ा TV, कार, महँगे डिजाइनर कपड़े, फार्म हाउस। लेकिन सुख इस तरह से खरीदा या पाया नहीं जा सकता | सच तो यह है कि खुशी एक mental और spiritual अवस्था है। promotion या बाहरी सम्मान खुशी नहीं दे सकते।  आपको खुशी का चुनाव करना होगा। खुशी एक आदत है, जिस पर अक्सर विचार करना चाहिए।

16 . SUBCONSCIOUS MIND AND HUMAN RELATIONS – अवचेतन मन और मानवीय संबंध

WRITER लिखते हैं कि आपको दूसरों की success, promotion और खुशकिस्मती पर खुश होना चाहिए। ऐसा करके आप अपनी किस्मत भी बहुत अच्छी कर सकते हैं । मैंने अब तक इस book से यह THEORY सीखी है कि हमारा SUBCONSCIOUS MIND एक recording मशीन की तरह होता है | हम दूसरों से अपने लिए जैसा bhaviour चाहते हों , हमें दूसरों के साथ वैसा ही behaviour करना चाहिए | यदि आप ऑफिस में किसी के सामने बहुत अच्छा behaviour करते हैं लेकिन उसकी पीठ पीछे उसके बारे में बुराई करते हैं, तो ऐसे NEGATIVE विचार आपके लिए बहुत ख़तरनाक हैं। ये NEGATIVE  विचार आपके SUBCONSCIOUS में उतर कर आपके जीवन में कई तरह की मुश्किलें और बीमारियाँ पैदा कर देते हैं | आप दूसरों के साथ जो भलाई करते हैं, वह उसी तरह आपको वापस मिलेगी , और आप जो बुराई करते हैं, वह भी आपकी ओर वापस लौटेगी। जैसा कि आप जानते हैं कि SUBCONSCIOUS MIND किसी भी तरह का भेदभाव नहीं करता । यह न तो दयालु है , न ही RUDE ।

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WRITER  बताते हैं कि एक महिला ने अपने पति के बारे में writer को बताया और मदद मांगी कि अखबार में कुछ articles पढ़ने पर वह गुस्सा हो जाता है । महिला ने कहा कि गुस्सा उनके हाई ब्लड प्रेशर के लिए बहुत बुरा था। Writer  ने उस व्यक्ति को बुलाकर अच्छी तरह समझाया कि उसका दिमाग किस तरह काम करता है ? इसके बाद उस आदमी को समझ में आ गया कि अखबार में छपे article पर गुस्सा होना गलत है | वह नहीं जानता था कि उसका गुस्सा उसके दिमाग और शरीर को नुकसान पहुँचा रहा था। उसे यह सच्चाई पता लग गई कि दूसरों के कुछ कहने या करने का उस पर कोई effect नहीं पड़ना चाहिए । इस CLARIFICATION  से उस आदमी के इलाज में मदद मिली। थोड़ी practice के बाद उसने अपने गुस्से पर control कर लिया। उसकी पत्नी ने बाद में writer को बताया कि उसके पति ने अब खबरों पर हँसना सीख लिया है। अब अखबार की खबरों में उसे DISTRACT करने, चिढ़ाने या परेशान करने की ताकत नहीं रही। याद रखें कोई भी आपको तब तक परेशान नहीं कर सकता, जब तक कि आप उसे अपने आप को परेशान करने की permission न दें। दूसरा व्यक्ति आपको एक ही तरीके से परेशान कर सकता है और वह है आपके अपने thoughts के द्वारा। आप दूसरों की बुराइयों और गलतियों पर NEGATIVE REACTION  न करें। दुनिया में किसी को भी आप अपने जीवन के goal या motive से भटकाने की शक्ति न दें। EMOTIONALLY मजबूत बनें और दूसरे व्यक्तियों को अपना POINT अलग रखने की आजादी दें। उन्हें आपके साथ असहमत होने का पूरा अधिकार है और आपको भी उनके साथ असहमत होने की पूरी आजादी है। ऐसा करके आप अच्छी किस्मत को अपनी ओर attract करते हैं।

17 . SUBCONSCIOUS MIND AND FORGIVENESS – क्षमा और अवचेतन मन

किसी को माफ कर देना दुनिया का सबसे अच्छा काम है । प्यार,  शांति, खुशी, knowledge और जीवन की सारी अच्छी चीजें तब तक दूसरों को दें, जब तक कि आपके दिमाग में कोई DOUBT  न बचे। कुछ लोग अपने दुःख-दर्द, अपनों की मौत, personal problems और दुर्घटनाओं के लिए ईश्वर को blame करते हैं। वे भगवान को अपने दुःख के लिए जिम्मेदार मानते हैं। जब तक इंसान भगवान के बारे में इस तरह की NEGATIVE भावना रखेंगे, तब तक उनका SUBCONSCIOUS MIND  इन NEGATIVE चीजों को सच में बदलता रहेगा। वे यह नहीं समझ पाते हैं कि वे ही खुद को सजा दे रहे हैं।

एक कहानी के अनुसार WRITER बताते हैं कि बहुत वर्षों पहले ARTHER .O नाम के एक व्यक्ति  ने यूरोप में एक आदमी की हत्या कर दी थी। Writer से मिलते समय वह बहुत मानसिक दर्द से गुजर रहा था क्योंकि उसे विश्वास था कि भगवान उसे उसकी गलती की सजा ज़रूर देंगे । उसने उस आदमी की हत्या की थी, जिसका उसकी पत्नी के साथ affair चल रहा था। उसने दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया और गुस्से में उस आदमी को गोली मार दी। कानून से उसे कुछ सालों की सजा मिली। जेल से छूटने पर ARTHER  ने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया और अमेरिका में रहने लगा । कुछ साल बाद उसने दूसरी शादी कर ली। अब उसके तीन प्यारे बच्चे थे। उसने एक successful कैरियर बना लिया था, जहाँ वह कई लोगों की मदद करता था । लेकिन फिर भी, इनमें से किसी भी चीज से उसे शांति नहीं मिल रही थी। अब भी वह अपने उस काम के लिए खुद को दोष देता था। ARTHER की कहानी सुनने के बाद writer ने उससे कहा कि scientists के अनुसार हमारे शरीर की सभी कोशिकाएं प्रत्येक 11 महीने बाद बदल जाती हैं। इसलिए  physically और PSHYCOLOGICALLY अब वह , वो व्यक्ति नहीं था, जिसने हत्या की थी। उसे तो बदले हुए कई साल हो चुके थे। उसने खुद को mental और SPRITUAL रूप से भी बदल लिया था । खुद को माफ न करके Arther एक INNOCENT व्यक्ति को सजा दे रहा था। इस बात का उस पर बहुत effect पड़ा और उसके दिमाग से बहुत भारी बोझ हट गया हो ।

यदि आप अच्छी health और खुशी पाना चाहते हैं, तो आपको प्रत्येक उस व्यक्ति को माफ करना चाहिए, जिसने आपको चोट पहुँचाई है।  बाइबल कहती है , एक-दूसरे से प्यार करो। यह पहली नजर में impossible लग सकता है, लेकिन यह काम कोई भी कर सकता है। यहाँ एक ही शर्त है और वह है ईमानदारी। आपको समझना होगा कि माफ करने की एक सरल और EFFECTIVE  technique होती है। यदि किसी ने इसकी practice कर ली तो जीवन में चमत्कार हो सकता है। अपने दिमाग को शांत कर लें और free रहें और फिर POSITIVE घोषणाएँ करें कि मैं उस व्यक्ति को माफ करता हूं जिसने मुझे दुःख पहुंचाया है। मैं उसे आजाद करता हूँ। मैं यह काम खुशी और प्यार से करता हूँ। याद रखें आपके thoughts और emotions ही आपकी किस्मत बनाते हैं।

18 .HOW YOUR SUBCONSCIOUS REMOVES MENTAL BLOCKS? – आपका अवचेतन मानसिक अवरोध कैसे हटाता है।

लेखक का यह मानना है  कि प्रश्न का उत्तर प्रश्न में ही छिपा हुआ होता है। अगर आपके सामने कठिनाइयाँ है और उसका हल निकालना मुश्किल है तो आप यह मान ले कि आपकी subconcious mind के पास इतनी क्षमता है कि वह आपको हर problem से बाहर निकालने में मदद करेगा। इस तरह की सोच की मदद से आपके अंदर एक नई Energy आ जाएगी,  जो आपके उत्तर खोजने में आपकी मदद करेगी ।
इंसान आदतों का प्राणी है। आपकी आदतें आपकी subconscious mind के कारण है। हम या तो एक बुरी आदत विकसित कर सकते हैं या एक अच्छी आदत, इसमें choice हमारी है। यदि आप बार-बार कोई गलत काम करते हैं, तो वे आपके subconscious mind में जगह बना लेते हैं और अगली बार आप उन्हें automatically करने लगते हैं । ठीक उसी प्रकार अगर आप किसी अच्छी आदत को बार-बार दोहराते हैं, तो आप अपने subconscious mind में अच्छी आदतों का विकास कर लेते हैं | याद रखें Cycle चलाने से लेकर Car चलाने तक हर एक चीज बार-बार दोहराने के कारण ही आप उसे आसानी से कर सकते हैं | यह नियम अच्छी आदत बनाने में ही नहीं बल्कि बुरी आदतों को छोड़ने में भी काम आती है |

Jones नाम का एक आदमी एक बार Writer से मिलने आया | वह अपने शराब की बुरी लत से परेशान था | शराब की वजह से उसकी नौकरी, उसका घर – परिवार सब कुछ बर्बाद हो रहा था | Writer ने उससे पूछा की क्या वह सचमुच शराब छोड़ना चाहता है? क्यों कि यह एक Scientific fact है कि अगर कोई किसी गलत आदत को छोड़ने की ठान ले तो 51% वह उस आदत से उसी वक़्त मुक्त हो जाता है | Writer  ने उसे समझाया कि सबसे पहले उसे अपने concious और subconcious mind में ताल मेल बिठाना होगा | उसे अपने दिमाग में एक ऐसी तस्वीर बनानी होगी जैसे वह already अपने शराब पीने कि आदत को छोड़ चूका है और उसके दोस्त और परिवार उसके साथ खुश है | Jones ने Writer की बात मानी और ठीक ऐसा ही किया | उसने सोचा कि उसकी यह आदत छूट चुकी है, उसकी बेटी मुस्कुरा कर उसे गले लगा रही है और उसकी कामयाबी पर बधाई दे रही है | वह लगातार इस process को दोहराता रहा और जल्द ही वह अपने शराब की बुरी लत से बाहर निकल गया | यही नहीं वह एक Multimillion Dollar की कंपनी का president भी बन गया और उसका परिवार उसके साथ ख़ुशी – ख़ुशी रहने लगा |

आपको कुछ positive करने के लिए positive सोचना होगा। आपकी सफलता और achievements के लिए एकमात्र बाधा आपकी अपनी सोच या मानसिक छवि है। आप चाहे एक अच्छी आदत बनाना चाहते हों या कोई बुरी आदत छोड़ना चाहते हों, हमेशा अपने subconcious mind पर भरोसा रखें | अपनी subconcious mind की power के जरिये आप वह हर अच्छी और बड़ी से बड़ी चीज हासिल कर सकते हैं, जिसके आप हक़दार हैं |

19 . HOW TO USE YOUR YOUR SUBCONSCIOUS MIND TO REMOVE FEAR – डर भगाने के लिए अवचेतन मन का प्रयोग कैसे करें

अक्सर हम सभी के भीतर किसी न किसी तरह का डर होता है ।  WRITER एक कहानी बताते हैं कि वर्षों पुरानी बात है, मेरे एक student को  annual function में speech देने के लिए बुलाया गया था। वह 1000 लोगों के सामने speech देने में डर महसूस कर रहा था, क्योंकि आने वाले लोगों में बहुत सारे expert भी थे, लेकिन उसने अपने इस डर  पर जीत हासिल की | वह कई रातों तक लगभग पाँच मिनट तक कुर्सी पर शांति से बैठा। उसने खुद से धीरे-धीरे और positive तरीके से कहा कि मैं अपने डर को जीतने वाला हूँ। मैं शांत और अच्छा महसूस कर रहा हूँ ।  मैं अच्छे तरीके से और confidence के साथ बात करता हूँ | उसने अपने subconcious mind एक निश्चित तरीके से प्रभावित किया और अपने डर पर काबू पा लिया |

डर व्यक्तियों का सबसे बड़ा दुश्मन है। डर ही हार, बीमारी और टूटे रिश्तों  का कारण होता है। लाखों-करोड़ों लोग past, future , बुढ़ापे और मौत से डरते हैं, लेकिन डर आपके दिमाग का बस एक thought है।

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महान कवि राल्फ वाल्डो इमर्सन ने एक बार कहा था कि जिस काम से आप डरते हों, उसे कर दें और डर अपने आप खत्म हो जाएगा । अब हम आपको डर को खत्म करने की एक ऐसी technique बता रहे हैं, जिससे हजारों लोगों ने stage पर खड़े होकर और अपने डर पर काबू करके दिखाया है। यह जादू की तरह काम करती है। आज़माकर देख लें। मान लीजिये यदि आप swimming से डरते हैं, तो पाँच-दस मिनट के लिए दिन में तीन-चार बार शांति से बैठ जाएँ और imagine करें कि आप swimming कर रहे हैं और आपने खुद को पानी में डाल लिया है। आप पानी की ठंडक और हाथ-पैरों का हिलना-डुलना आदि को महसूस करें ।  जब आप अगली बार swimming करने की कोशिश करेंगे, तो आप डर की जगह खुशी महसूस करेंगे। यह unconscious का नियम है। इसी प्रकार आप अपने दूसरे डर पर भी यही technique लागू कर सकते हैं ।

इस chapter में बताई गई technique को जरूर आजमाएं । आज, इसी समय से इसकी practice करें । आप हर तरह के डर से free हो जाएंगे । वह काम करें, जिसे करने से आप डरते हों। सभी चीजों से प्यार करें और ये सोचें कि जो भी होगा बहुत अच्छा होगा । अगर आप failure से डरते हो, तो success की ओर ध्यान दे |  आप बीमारी से डरते हों, तो health पर ध्यान दें।

20 . HOW TO STAY YOUNG AND SPIRIT FOREVER – मन से हमेशा युवा कैसे रहे

आप उतने ही युवा होते हैं, जितना आप खुद को मानते हैं। आप उतने ही उपयोगी होते हैं , जितना खुद को मानते हैं। आप अपने विचारों जितने ही युवा हैं। आप जान गये होंगे कि SUBCONSCIOUS MIND  कभी भी बूढ़ा नहीं होता है। यह अमर और INFINITE है। धैर्य, दया, सत्य, विनम्रता, सद्भावना, शांति, प्रेम ऐसे गुण हैं, जो कभी बूढ़े नहीं होते हैं। यदि एक बार आपने इन गुणों को अपने जीवन में फलने-फूलने का मौका दे दिया तो आप हमेशा मन से युवा बने रहते हैं।

WRITER ने बताया कि कुछ साल पहले मुझे अपने एक पुराने दोस्त से मिलने का मौका मिला। वह 80 साल का हो चुका था। वह कमजोर और बीमार दिख रहा था । हालाँकि उसने स्वीकार किया कि उसके डॉक्टर को कोई खास बीमारी नजर नहीं आई थी। उसने परेशान होकर कहा कि डॉक्टर मूर्ख होते हैं , मैं बहुत अच्छी तरह जानता हूँ कि मेरी बीमारी क्या है। जिंदगी खुद रोग बन चुकी है। मैंने उससे उसकी झुंझलाहट का कारण पूछ लिया। उसने चिल्लाकर कहा – ‘ मुझे कोई नहीं चाहता है। किसी को भी मेरी जरूरत नहीं है और उन्हें क्यों हो ? मैं किसी के लिए किसी काम का नहीं हूँ। हम पैदा होते हैं, बड़े होते हैं, बूढ़े होते हैं और मर जाते हैं। बस कहानी खत्म हो जाती है। ’ WRITER समझ चुका था कि उसका दोस्त बीमार है। वह बीमार जिंदगी के कारण नहीं, बल्कि जिंदगी को देखने के तरीके के कारण और अपनी मानसिकता के कारण है। दरअसल वह अपने विचारों में बूढ़ा हो गया था और उसके SUBCONSCIOUS MIND ने प्रत्येक उस चीज को साकार कर दिया, जिसकी वह आशंका कर रहा था और डर रहा था। आपने देखा होगा कि कई लोग इसी तरह बुढ़ापे से डरते है। मतलब  वे अपने जीवन से डर रहे हैं , लेकिन ऐसे लोग जानते नहीं हैं कि जीवन INFINITE है। बुढ़ापा बरसों की उड़ान नहीं, बल्कि बुद्धि का उदय है। हमें अपने दिमाग से यह बात हमेशा के लिए निकाल देनी चाहिए कि 65, 75 या 85 साल की उम्र आपके या किसी और के लिए अंत का दूसरा नाम है। यह लाभकारी, सक्रिय और सबसे उपयोगी जीवन-तंत्र की शुरुआत भी हो सकती है, शायद पहले से भी ज्यादा अच्छी।

WRITER बताते हैं कि अपने जीवन के महत्त्वपूर्ण समय में मुझे महान लोगों की BIOGRAPHY यानि जीवनी पढ़ने का अवसर मिला था। मैंने देखा कि उन्होंने अपनी PRODUCTIVE ACTIVITIES  जीवन की सामान्य अवधि से ज्यादा सालों तक जारी रखी थीं। उनमें से कुछ ने तो अपनी महानता बुढ़ापे में प्राप्त की थी। यूनानी दार्शनिक सुकरात ने वाद्ययंत्र बजाना तब सीखा, जब वे 80 साल के थे। माइकल एंजेलो 80 साल की उम्र में अपने सबसे महान कैनवास पर पेंटिंग कर रहे थे। लियोपॉल्ड वॉन रैंके ने अपनी ‘हिस्ट्री ऑफ द वर्ल्ड’ शुरू की, जिसे उन्होंने 92 साल की उम्र में पूरा किया। अल्फ्रेड लॉर्ड टेनिसन ने 83 साल की उम्र में अपनी बेहतरीन कविता ‘क्रॉसिंग द वॉर’ लिखी। आइसैक न्यूटन 85 साल की उम्र में भी scientific खोज कर रहे थे । इसलिए आप नए विषयों का अध्ययन करें और नए विचारों की जाँच करें। धैर्य, दयालुता, प्रेम, सद्भावना, खुशी, आनंद, बुद्धि और समझ जैसे गुण कभी बूढ़े नहीं होते हैं। उन्हें विकसित और व्यक्त करेंगे, तो आप मानसिक और शारीरिक रूप से युवा बने रहेंगे। जीवन जीने पर ध्यान दे। समाज के कैदी नहीं, निर्माता बनें।

तो दोस्तों यह इस Book का आखिरी chapter था और जैसा कि मैंने आपसे कहा था कि इस video के अंत में, मैं आपको बताए गए सारे chapters के important points को दोबारा दोहराऊँगा तो चलिए सारे important बातों पर एक बार फिर से नजर डाल लेते हैं –

  • Chapter – 14 “आपका अवचेतन मन और वैवाहिक समस्याएँ” से हमें यह सीख मिलती है कि शादी पति और पत्नी के बीच  का वह बंधन है जिसकी बुनियाद प्यार पर होनी चाहिए | तलाक की शुरुआत सबसे पहले दिमाग में होती है, उसके बाद ही क़ानूनी प्रक्रिया की शुरुआत होती है | एक पत्नी प्यार, सम्मान और अपनी तरफ ध्यान चाहती है | वहीं दूसरी ओर पति को शांति और प्रेम की ज़रूरत होती है ।
  • Chapter – 15 “अवचेतन मन  और खुशी” से हमें यह सीख मिलती है कि आप दुनिया के तमाम पैसे से भी ख़ुशियाँ नहीं ख़रीद सकते। खुशी एक आदत है। आपको खुशी का चुनाव करना चाहिए। जब आप सुबह अपनी आँखें खोले, तो अपने आप से कहें, मैं आज खुशी का चुनाव करता हूँ।
  • Chapter – 16 “अवचेतन मन और मानवीय संबंध” से हमें यह सीख मिलती है कि हमारा SUBCONSCIOUS MIND एक recording मशीन की तरह होता है | दूसरों के बारे में अच्छा सोचें, जिससे आप अपने बारे में भी अच्छा feel करेंगे | अपने लिए आप जैसा चाहते हैं, दूसरों के लिए भी वैसा ही चाहें | यह अच्छी मानवीय संबंध की सबसे प्रमुख बात है |
  • Chapter – 17 “क्षमा और अवचेतन मन” से हमें यह सीख मिलती है कि किसी को माफ कर देना दुनिया का सबसे अच्छा काम है । आपका Guilt , भगवान और जीवन के प्रति एक गलत अवधारणा है। भगवान या जीवन, आपको Punish या Judge नहीं करते। आप अपने झूठे विश्वासों और Negative सोच के कारण अपने आप को दुःख पहुँचाते  हैं।
  • Chapter – 18 “आपका अवचेतन मानसिक अवरोध कैसे हटाता है” इससे हमें यह सीख मिलती है कि हर Problem के अंदर ही Problem का solution होता है | आपकी सफलता और उपलब्धि के लिए एकमात्र रुकावट आपकी अपनी सोच या मानसिक छवि है। एक अच्छी Habit बनाने के लिए या एक बुरी Habit छोड़ने के लिए, आपको निश्चय करना होगा कि आप सचमुच ऐसा करना चाहते हैं और आप ऐसा कर सकते हैं |
  • Chapter – 19 “डर भगाने के लिए अवचेतन मन का प्रयोग कैसे करें” से हमें यह सीख मिलती है कि जिस काम से आप डरते हों, उसे कर दें और डर अपने आप खत्म हो जाएगा । यदि आप असफलता से डरते हैं, तो अपना ध्यान सफलता पर दें। यदि आप बीमारी से डरते हैं, तो अपना ध्यान अच्छी सेहत पर दें । जिन चीजों से आप डरते हैं, वे असलियत में आपकी एक सोच से ज्यादा और कुछ नहीं है |
  • Chapter – 20 “मन से हमेशा युवा कैसे रहे” से हमें यह सीख मिलती है कि धैर्य, दया, सत्य, विनम्रता, सद्भावना, शांति,  प्रेम ऐसे गुण हैं, जो कभी बूढ़े नहीं होते हैं | इन गुणों को धारण करें और आप मन तथा शरीर से हमेशा युवा बने रहेंगे | आप उतने ही युवा होते हैं, जितना आप खुद को मानते हैं। आप उतने ही उपयोगी होते हैं , जितना खुद को मानते हैं। आप अपने विचारों जितने ही युवा हैं। दुनिया के कई महान लोगो ने अपनी उपलब्धि अपने बुढ़ापे में प्राप्त की |

दोस्तों ये THE POWER OF YOUR SUBCONSCIOUS MIND BOOK का अंतिम PART था | आप सभी ने इस किताब के पिछले दो PARTS को बहुत पसंद किया, इसके लिए आपका बहुत धन्यवाद | इस video को like और share करें  | और ऐसे ही interesting book summaries और knowledge से भरे videos देखने के लिए हमारे चैनल Brain Book को subscribe करें | आगे भी इसी तरह हमारे साथ जुड़े रहिये | अगर आप अपनी किसी पसंदीदा किताब की SUMMARY सुनना चाहते हैं तो उस किताब का नाम हमें ज़रूर बताएं | आपका समय शुभ हो |

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