HELLO BRAINBOOK ARMY, स्वागत है आप सभी का Brain Book चैनल में, जहाँ पर आप देख सकते हैं complete book summary | दोस्तों चाणक्य नीति और विदुर नीति के बाद आज मैं आपके लिए कणिक निति पर आधारित एक नया वीडियो लेकर आया हूँ |

कणिक धृतराष्ट्र के शासनकाल में हस्तिनापुर के एक प्रमुख मंत्री और धृतराष्ट्र के प्रमुख सलाहकार थे। महाभारत में कौरवों को शक्तिशाली बनाने में कणिक का महत्वपूर्ण योगदान था । धृतराष्ट्र पांडवों को हराने के लिए कणिक की सलाह लेते थे। पांडवों को हराने के लिए तथा शत्रुओं को समाप्त करने के लिए कणिक द्वारा धृतराष्ट्र को दी गई यह सलाह ‘कणिक नीति’ के नाम से प्रसिद्ध है।

दोस्तों कणिक नीति मुख्य रूप से एक मंत्री द्वारा उसके राजा को दी गई सलाह पर आधारित है। हजारों वर्ष पहले कणिक द्वारा बताई गई नीतियाँ आज भी उतनी ही उपयोगी और कारगर है | यह नीतियाँ केवल राजनैतिक क्षेत्र में ही नहीं बल्कि हमारे व्यक्तिगत जीवन और हमारे दैनिक जीवन में भी काफी सहयोगी हैं ।

तो चलिए शुरू करते हैं कणिक निति के पहले नियम से :-

1. एक राजा को अपने शत्रु को जड़ से नष्ट कर देना चाहिए और इसके पश्चात उसके सहयोगियों का भी नाश कर देना चाहिए।

कणिक नीति का यह नियम कहता है कि एक राजा को अपने शत्रु को जड़ से नष्ट कर देना चाहिए और उसके सहयोगियों को भी नष्ट कर देना चाहिए। ठीक वैसे ही हमें अपने सबसे बड़े शत्रु यानी कि अपने डर को जड़ से नष्ट कर देना चाहिए । हम अपने जीवन में बड़े से बड़े अवसरों और ख़ुशियों को सिर्फ इसलिए खो देते हैं क्योंकि हम अपने ऊपर डर को हावी होने देते हैं। चाहे वो असफलता का डर हो या अपनी किसी प्यारी चीज के खोने का डर या फिर Rejection का डर, जब भी ऐसी परिस्थिति आती हैं तो हम डर जाते हैं और बिना उनका सामना किये ही हार मान लेते हैं | अगर आप अपने डर को नष्ट नहीं करेंगे तो यह अपने साथ अपने सहयोगियों यानी तनाव, चिंता और परेशानी के साथ आप पर हावी हो जाएगा और आपके जीवन को नर्क बना देगा । इसलिए इससे पहले कि हमारा शत्रु यानी कि हमारा डर इतना बड़ा हो जाए कि हमारे जीवन को प्रभावित करें, उससे पहले ही हमें अपने इस डर नाम के शत्रु को नष्ट कर देना चाहिए और इसके सहयोगियों यानी तनाव, चिंता और परेशानी को भी खत्म कर देना चाहिए। अपने डर को खत्म करने का सबसे आसान तरीका यह है कि जिस काम से आपको डर लगता है उसे कर दें और आपका डर अपने आप ही खत्म हो जाएगा | जितना ज्यादा हम अपने डर से भागेंगे और इससे पीछा छुड़ाने की कोशिश करेंगे उतना ही ज्यादा यह बढ़ता जाएगा | वहीं दूसरी ओर जितनी ज्यादा शक्ति के साथ आप अपने डर का सामना करेंगे, उतनी ही जल्दी यह नष्ट हो जाएगा।

2.यदि शत्रु तुच्छ है तब भी उसे निरर्थक नहीं समझना चाहिए क्योंकि वह जल्द ही विशाल पेड़ की तरह अपनी जड़ों को बढ़ा सकता है।

कणिक नीति के अनुसार शत्रु कितना ही छोटा क्यों ना हो, उसे कमजोर नहीं समझना चाहिए और जैसे ही उसका पता चले चले उस पर आक्रमण करके उसे समाप्त कर देना चाहिए। ठीक इसी प्रकार इंसान की बुरी आदतें शुरुआत में तो छोटी होती हैं लेकिन धीरे -धीरे उसकी सबसे बड़ी दुश्मन बन जाती है । जिस प्रकार एक छोटा पौधा विशाल वृक्ष बनकर अपनी जड़े जमीन में फैला लेता है, ठीक उसी प्रकार अगर इन आदतों को उचित समय पर समाप्त ना किया जाए तो भविष्य में यह आदतें विनाशकारी बन जाती है। तो इससे पहले की यह आदतें भयानक रूप धारण कर ले, हमें इनसे छुटकारा पाने की कोशिश करनी चाहिए। मान लीजिए अगर आपको सिगरेट पीने की बुरी आदत है और आप इसे छोड़ना चाहते हो लेकिन नहीं छोड़ पा रहे हो, तो आपको इससे होने वाले नुकसान के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने और समझने की कोशिश करनी चाहिए और तत्काल सिगरेट की आदत को छोड़ने की कोशिश करनी चाहिए। एक रिसर्च के अनुसार अगर आप अपनी बुरी आदतों को किसी pain यानी दर्द के साथ जोड़ दें तो बुरी आदतों को छोड़ना आसान हो जाता है। इसलिए अगर आप सिगरेट पीना छोड़ना चाहते हैं तो आपको सिगरेट से सेहत पर होने वाले नुकसान के बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए और पता करना चाहिए कि किस तरह यह आप को नुकसान पहुंचा सकता है। हो सके तो ऐसे Hospitals मे जाएं जहां सिगरेट और तंबाकू से होने वाले कैंसर के मरीज हो और अपनी आंखों से उन लोगों का हाल देखें जो जाने-अनजाने या बस शौक से सिगरेट जैसी बुरी आदत की चपेट में आकर अपना और अपने परिवार का जीवन बर्बाद कर चुके हैं।

3.राजा को अंधा बनने के अवसर पर अंधा बन जाना चाहिए । जब उसे सब ओर से धिक्कार और निंदा मिले तब भी उसे अनसुनी कर देना चाहिए |

जीवन में हर कोई सफल होना चाहता है और दुनिया में शायद ही ऐसा कोई इंसान होगा जिसे पहली ही बार में सफलता मिल गई हो। दुनिया के बड़े से बड़े Businessman, Scientist कई बार असफल होने के बाद ही सफल हुए हैं। जब आप किसी काम में असफल हो जाते हैं तो आपके परिवार के लोग, आपके दोस्त, रिश्तेदार सभी आपकी आलोचना करने लगते हैं और आपका मनोबल तोड़ देते हैं । ऐसे में यदि आप अपने घर वालों या अपने आसपास के लोगों की बातें सुनकर हार मान लेते हैं और अपनी असफलता से डर जाते हैं तो आप जीवन में कभी भी एक सफल इंसान नहीं बन पाएंगे। इसके लिए जरूरी है कि आप अपनी आलोचनाओं पर ध्यान ना दें और उन्हें अनसुना कर दे। अगर आप अंदर से यह मानते हैं की भले ही आप असफल हो गए हो लेकिन आप जो काम कर रहे हैं वह सही है और इसमें दूसरों का कोई नुकसान नहीं है तो आपको इन आलोचनाओं पर ध्यान देने या उन्हें सुनने की जरूरत नहीं है। उदाहरण के लिए एडिशन 10,000 से भी ज्यादा बार असफल होने के बाद बल्ब बनाने में सफल हुए । इस काम में उन्हें काफी ज्यादा समय लगा और इसके लिए दुनिया भर के लोगों ने उनकी असफलताओं के लिए उनकी आलोचना की। लेकिन एडिशन उन तमाम आलोचनाओं के बावजूद अपने काम में डटे रहे और आखिरकार उन्हें बल्ब बनाने में सफलता मिल ही गई।

4. एक विवेकशील राजा को इस प्रकार से कार्य करना चाहिए कि मित्रों और शत्रुओं को उसकी योजनाओं का पता ना चल सके।

कणिक नीति के अनुसार एक बुद्धिमान राजा वही होता है जो अपनी योजनाओं को गुप्त रखता है। ठीक इसी प्रकार एक बुद्धिमान व्यक्ति वही होता है जो अपने भविष्य की योजनाओं को सबसे छिपाकर रखता है और चुपचाप अपने Goals पर काम करता है। आप भविष्य में कौन सा काम करने वाले हैं, यह बात किसी को ना बताएं । आप जो भी काम करना चाहते हैं या जिस भी field में जाना चाहते हैं, सबसे पहले उस काम या field की पूरी जानकारी हासिल करें तथा गुप्त तरीके से चुपचाप उस पर काम करते रहें । क्योंकि अगर लोगों को आपके भविष्य की योजनाओं या planning के बारे में पता चल गया तो वे आपके काम में रुकावट डाल सकते हैं। वे आपको उस काम में असफल होने के सैकड़ों कारण बताएंगे जिसकी वजह से आपके अंदर उस काम को लेकर negativity भर जाएगी और आपको खुद पर doubt होने लगेगा। दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसे भी होंगे जो शायद आपसे जलते हो और आपको सफल ना देखना चाहते हो। ऐसे लोगों को अगर आपकी योजनाओं का पता चल गया तो वे किसी न किसी तरह आपके काम में अड़चनें पैदा कर सकते हैं और आपको आगे बढ़ने से रोक सकते हैं। इसलिए चुपचाप अपना काम करते रहे और जब आप उस काम में सफल हो जाएंगे, तो लोगों को अपने आप पता चल जाएगा कि आप किस चीज पर काम कर रहे थे और तब लोग आपका ज्यादा सम्मान करेंगे।

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5. एक राजा को हमेशा अपनी सेना को ऐसे तैयार रखना चाहिए कि वह एक आज्ञा पर युद्ध के लिए तत्पर रहें और राजा की सेना को सब प्रकार से प्रशिक्षित और सुसज्जित होना चाहिए क्योंकि केवल तेज धार वाले हथियार ही एक घातक प्रहार कर सकते हैं।

दोस्तों जिस प्रकार एक राजा की सेना को हमेशा युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए, ठीक उसी प्रकार हमें भी अपने जीवन में बड़े से बड़ा कदम उठाने के लिए तैयार रहना चाहिए। जीवन में सफल होने के बहुत कम मौके आते हैं और अगर हम अपनी तैयारी में कमी की वजह से उन मौक़ों को हाथ से जाने देते हैं तो हमारे लिए एक सफल और खुशहाल जीवन पाना मुश्किल हो जाता है। उदाहरण के लिए यदि आप किसी कंपनी में job interview के लिए जाते हैं तो आपको केवल आप की डिग्रियों के बल पर ही वह नौकरी नहीं मिलेगी। क्योंकि आपके साथ उस interview के लिए ऐसे कई candidate होंगे जिनके पास आपके समान या आप से अधिक डिग्रियां होंगी। लेकिन नौकरी केवल उसी को मिलेगी जिसने उस interview के लिए पूरी तैयारी की हो। यानी कि अगर आप किसी बड़ी कंपनी में नौकरी करना चाहते हैं तो आपको एक अच्छी डिग्री के साथ-साथ कई सारी चीजों की तैयारी करनी होगी, जैसे कि आपकी communication skill अच्छी होनी चाहिए, आपके कपड़े ठीक-ठाक होने चाहिए, आपके अंदर confidence होना चाहिए और आपको उस कंपनी तथा अपने field की पूरी जानकारी होनी चाहिए। इस तरह आप हमेशा दूसरों से एक कदम आगे रहेंगे और आपके सफल होने की संभावनाएं काफी बढ़ जाएगी।

6. राजा को अपना आचरण इस प्रकार रखना चाहिए कि उसके शत्रु उसकी किसी भी कमज़ोरी को ना भाप सके | राजा को अपनी दुर्बलता वैसे ही छुपाए रखनी चाहिए जैसे कछुआ अपने कोमल शरीर को कठोर कवच से ढक कर रखता है, ताकि शत्रु उसकी दुर्बलता ना देख सके।

कणिक नीति का यह नियम कहता है कि एक राजा को अपनी कमजोरियां अपने शत्रुओं से छिपाकर रखनी चाहिए, ठीक उसी प्रकार हमें अपनी कमजोरियों को दूसरों से छिपा कर रखना चाहिए। क्योंकि अगर आप की कमजोरियां दूसरों के सामने आ जाएं तो इसके काफी हानिकारक परिणाम हो सकते हैं। चाहे आप शारीरिक, मानसिक या आर्थिक किसी भी रूप में कमजोर हो, आपको ध्यान रखना चाहिए कि आपकी कमज़ोरी दूसरों के सामने जाहिर ना हो। क्योंकि जैसे ही लोगों को आपकी किसी कमजोरी का पता चलेगा वे आपको नीचा दिखाने और आपका मजाक उड़ाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ेंगे। जिस प्रकार एक कछुआ अपने कोमल शरीर को कठोर कवच से ढक कर रखता है, उसी प्रकार भले ही हम अंदर से कमजोर हो लेकिन अपनी इस कमजोरी को छुपाते हुए, हमें बाहरी रूप से हमेशा अपनी छवि एक मजबूत और ताकतवर इंसान के रूप में प्रस्तुत करनी चाहिए। ऐसा करने से दूसरे लोग आप का मजाक उड़ाने की जगह आपका सम्मान करेंगे।

7. यदि आप जिन पर विश्वास करते हैं और वह आपके शत्रु साबित होते हैं तो आपका विनाश होना निश्चित है। एक राजा को अपने विश्वासपात्र को बुद्धिमानी से चुनना चाहिए।

दोस्तों हममें से हर किसी का एक ऐसा दोस्त या साथी होता है जिसे हम अपनी सारी बातें बताते हैं। हम उनसे अपने सुख-दुख, अपने secrets सब कुछ share करते हैं । लेकिन अगर भविष्य में दोस्तों के बीच मन मुटाव हो जाए या फिर उनकी दोस्ती में दरार पड़ जाए तो यह दोस्ती आगे चलकर विनाशकारी साबित हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि आपके दोस्त को आपकी ऐसी काफी सारी secret बातें पता होती हैं जो यदि दुनिया के सामने आ जाए या दूसरों को पता चल जाए तो आपकी काफी बदनामी हो सकती है और आपको नुक्सान पहुँच सकता है । इसलिए हमें हमेशा सोच समझकर दोस्त बनाने चाहिए और सिर्फ ऐसे लोगों को ही अपने आसपास रखना चाहिए जिन पर हम विश्वास कर सकें। हो सकता है कि आपका दोस्त आपके भरोसे के लायक हो फिर भी आप हमेशा सतर्क रहे और जहां तक हो सके अपने secrets केवल अपने तक ही सीमित रखें। क्योंकि अगर आप अपने secrets खुद secret नहीं रख सकते तो दूसरों से भी ऐसी उम्मीद ना रखें कि वे आप के secrets को गुप्त रखेंगे ।

8. किसी भी कार्य को शुरू करने के पश्चात राजा को वह कार्य अवश्य पूरा करना चाहिए।

कणिक नीति के अनुसार अगर राजा कोई काम शुरू करता है तो उसे वह काम जरूर पूरा करना चाहिए । इसी तरह जीवन में ऐसे कई मौके आते हैं जब हम कोई काम करना तो शुरू कर देते हैं लेकिन उस काम को पूरा नहीं करते । जैसे कि बहुत सारे लोग Business करना चाहते हैं और वे उस Business से जुड़ी सारी योजनाएं भी बना लेते हैं लेकिन कभी भी उस Business में नहीं उतरते। अमेरिका के मशहूर फुटबॉल कोच Vince Lombardi का एक quote है “Winners never quit and quitters never win.” यानी कि विजेता वही है जो कभी हार नहीं मानते और हार मानने वाले कभी नहीं जीतते। इसलिए हमें कभी भी पीछे नहीं हटना चाहिए और पूरी लगन के साथ अपने काम को पूरा करना चाहिए। अपने काम को पूरा करना सफलता की गारंटी नहीं है लेकिन जब आप कोई काम पूरा करते हैं तो इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है और आपके अंदर इस तरह की positive सोच आती है कि यदि आप एक काम पूरा कर सकते हैं तो आप भविष्य में दूसरे कामों को भी अच्छी तरह से पूरा कर सकते हैं।

9. यदि दो पक्ष समान रूप से शक्तिशाली है और जीत अनिश्चित है, तो दोनों को साथ मिल जाना चाहिए इससे समृद्धि बढ़ती है।

बचपन में हम सब ने उस बूढ़े किसान की कहानी सुनी है जो लकड़ी की गठरियों की मदद से अपने बेटों को एकता की शक्ति के बारे में बताता है। एकता में सचमुच इतनी ताकत है जिसकी मदद से दुनिया के बड़े से बड़े लक्ष्य को भी हासिल किया जा सकता है। यदि आप कोई ऐसा काम करना चाहते हैं जो काफी बड़ा और मुश्किल है तो आपको अपने साथ ऐसे लोगों को जोड़ना चाहिए जो आपके goal में interested हो। इस तरह आप अपने goal तक बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं और इससे आपकी सफलता भी काफी बड़ी होगी। कणिक नीति भी हमें यही सिखाती है की यदि दो लोग समान शक्ति रखते हैं तो उन्हें एक दूसरे से लड़ने की बजाय आपस में मिलकर काम करना चाहिए। उदाहरण के लिए किसी जंगल में अगर दो शेर हो तो वे एक ही शिकार को पकड़ने के लिए अलग-अलग कोशिश करने में अपनी उर्जा नष्ट नहीं करते बल्कि एक साथ मिलकर घात लगाकर शिकार करते हैं।

10. मन में क्रोध भरा हो, तो भी ऊपर से शांत बने रहे और हंस कर बातचीत करें। क्रोध में किसी का तिरस्कार ना करें। किसी शत्रु पर प्रहार करते समय भी उससे मीठे वचन ही बोले।

हममें से हर कोई अपने जीवन में popular और powerful बनने की चाहत रखता है। कणिक नीति का यह नियम हमें यही सिखाता है कि अगर आप प्रभावशाली बनना चाहते हैं तो आपके मन में सामने वाले के प्रति जितना भी क्रोध रहे लेकिन फिर भी आप उससे हंसकर ही बात करें। एक प्रभावशाली व्यक्ति वही होता है जो मुश्किल परिस्थितियों में भी शांत रहना जानता है। जब आप गुस्सा आने पर भी अपने गुस्से को control करते हैं तो इससे आपका अपने पर पूरा control होता है और सामने वाले पर इसका बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। वहीं अगर आप गुस्से में आकर लोगों को कुछ गलत शब्द बोल देते हैं या कुछ गलत कर बैठते हैं तो इससे आप की छवि खराब होती है और आप एक प्रभावशाली व्यक्ति की जगह एक असहाय व्यक्ति की तरह नजर आते हैं। इसलिए जब भी किसी तनावपूर्ण स्थिति में आपको गुस्सा आए तो आप शांत बने रहे, इससे आप एक प्रभावशाली व्यक्ति की तरह नजर आते हैं और शांत रहने के कारण आपको उस तनावपूर्ण स्थिति से बाहर निकलने में भी मदद मिलती है।

11. प्रतिकूल समय में एक राजा को यदि शत्रु को कंधे पर बिठाकर ढोना पड़े तो उसे ढोना चाहिए, परंतु जब अपना अनुकूल समय आ जाए, तबु शत्रु को उसी प्रकार नष्ट कर दें जैसे घड़े को पत्थर पर पटक कर फोड़ दिया जाता है।

जीवन में मनुष्य बहुत से उतार-चढ़ाव देखता है। ऐसे में यह पूरी तरह से संभव है कि हमें कठिन समय का सामना करना पड़े। चूंकि, समय मनुष्य से ज्यादा बलवान होता है, इसलिए मनुष्य को उससे मुकाबला ना करते हुए, उसे अपने अनुकूल बनाने का प्रयास करना चाहिए। यह भी संभव है कि कठिन समय में परिस्थिति हमारे अनुकूल ना होने के कारण हमें बहुत सारे समझौते करने पड़ें। हमारे लिए यह समझना जरूरी है कि हमें हर लड़ाई लड़ने की आवश्यकता नहीं है। जीवन के कुछ संघर्षों में यह महत्वपूर्ण है कि हम अपनी ऊर्जा और समय बचाएँ | इसीलिए हमें परिस्थितियों के सामने झुककर उसे अपने अनुकूल बनाने का प्रयास करना चाहिए। परंतु जैसे ही समय हमारे अनुकूल हो हमें उन समझौतों को ठीक वैसे ही तोड़ देना चाहिए जैसे कि किसी घड़े को पत्थर पर पटक कर फोड़ दिया जाता है ।

12. समृद्धि के लिए इच्छुक राजा को ऐसे राज्यों से मैत्री करनी चाहिए जो उसका मित्र बनकर संसाधनों की तलाश करने और युद्धों का संचालन सावधानीपूर्वक करने में सहयोग करें ।

कणिक नीति का यह नियम हमें सिखाती है कि हमें हमेशा ऐसे लोगों के साथ मित्रता करनी चाहिए और ऐसे लोगों के साथ जुड़ना चाहिए, जो हमें सफल बनने और जीवन में आगे बढ़ने में हमारे काम आए। यदि हम कणिक की बात माने तो प्राचीन समय में बल्कि आजकल के आधुनिक युग में भी नेटवर्किंग यानी ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ अच्छे संबंध बनाना आपके अपने सामाजिक जीवन और व्यवसायिक जीवन में भी बहुत कारगर सिद्ध होता है आप जितने ज्यादा लोगों को जानते हैं उतने ही ज्यादा आपको वे अवसर मिलते हैं जो आपको सफलता की ओर ले जाते हैं नेटवर्किंग की आवश्यकता और महत्वता को मन में रखते हुए ही लिंक्डइन जैसे वेबसाइट का उदय हुआ है तो दोस्तों यहां पर यह जरूरी है कि यदि आप सक्सेसफुल होना चाहते हैं तो आप ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिले और उनसे अच्छे रिश्ते बनाएं ताकि आप भी उनकी मदद से सफलता की सीढ़ियां चढ़ सके

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तो इस आखिरी निति के साथ हमारा यह video यही समाप्त होता है | मुझे उम्मीद है कि कणिक निति पर बना यह video आपको जरूर पसंद आया होगा | इस video को like और share करें | और ऐसे ही interesting videos और knowledge से भरे book summaries देखने के लिए हमारे चैनल Brain Book को subscribe करें | मैं जल्द ही आपके लिए एक नया Video लेकर आऊंगा | तो चलिए मिलते हैं अगली VIDEO में | आपका समय शुभ हो |